फैक्ट-चैक: पीएम मोदी का पत्र सोशल मीडिया में वायरल, जानिए एमपी की दुर्गति पर दुख जताने वाले पत्र की पूरी सच्चाई?
- पीएम मोदी के नाम का पत्र हो रहा वायरल
- मूल पत्र में डिजिटल तरीके से किया गया छेड़छाड़
डिजिटल डेस्क,भोपाल। सोशल मीडिया में पीएम मोदी के नाम से एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है। पत्र को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह पत्र मध्यप्रदेश की जनता के नाम है,जिसे पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा है। इस पत्र में नीचे की तरफ मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीरें भी है। वायरल हो रही इस चिट्ठी में मध्यप्रदेश के हालात को बदतर बताने की कोशिश की गई है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार की खामियों को भी गिनाना गया है। अब यह पत्र तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि फेक चिट्ठी कांग्रेस ने वायरल की है।
पड़ताल
पीएम मोदी के नाम से वायरल हो रही चिट्ठी की पड़ताल पीआईबी फैक्ट चैक टीम ने की। पीआईबी ने पाया कि वायरल हो रहा पत्र फैक है। जिसके जानकारी पीआईबी ने अपने ट्ववीटर(एक्स) अकॉउंट से शेयर करते हुए लिखा- कथित तौर पर प्रधानमंत्री द्वारा लिखा गया एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर घूम रहा है। साथ ही आगे यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ने यह पत्र नहीं लिखा है। प्रधानमंत्री द्वारा लिखे गए मूल पत्र में डिजिटल तरीके से छेड़छाड़ किया गया है।
A #fake letter allegedly written by Prime Minister @narendramodi is doing the rounds on social media#PIBFactcheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 20, 2023
✔️ The Prime Minister has not written this letter
✔️The original letter written by the Prime Minister has been digitally manipulated
https://t.co/8EqRCpXVgp pic.twitter.com/dbkQl1W5VU
क्या पीएम मे एमपी की जनता के नाम लिखा पत्र
पीएम मोदी ने एमपी की जनता के नाम एक पत्र लिखा था जिसे उन्होंने 19 अक्टूबर को अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया था। लेकिन पीएम मोदी द्वारा लिखे गए पत्र और वायरल हो रहे पत्र में बहुत फर्क है। वायरल हो रहे पत्र में असली पत्र की पहली लाइन के अलावा सभी बातें एकदम उलट हैं। पीएम मोदी ने अपने पत्र में शिवराज सरकार की तारीफ की है वहीं डिजिटल तरीके से छेड़छाड़ किए गए रहे पत्र में शिवराज सिंह सरकार की खामियों को गिनाया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस पत्र को कांग्रेस के द्वारा शेयर किया जा रहा है। साफ है वायरल हो रहा पत्र पूरी तरह से फैक है।